Categories

Sunday, June 7, 2020

कुफ़्रिया कलिमात का बयान पार्ट- 1

📚फ़र्ज़ उलुम 64
🔖अक़ाइद का बयान पार्ट - 64

             بسم الله الرحمن الرحيم
الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ

〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰

 ⭕कुफ़्रिया कलिमात का बयान (पार्ट 1)

🍃सवाल🍂: आजकल जहालत आम है लोग जहालत की वजह से बाज़ अवकात ऐसे अल्फ़ाज़ भी बोल देते है जो हराम बल्कि कुफ़्रिया होते है, ऐसे कलिमात से बचने के लिए उनका इल्म हासिल करने का क्या हुक़्म है?
🍂जवाब🍃: हराम अल्फ़ाज़ और कुफ़्रिया कलिमात के मुताल्लिक़ इल्म सीखना फ़र्ज़ है।

🍃सवाल🍂: हमें कैसे मालूम होगा कि फुला कलमा कुफ़्रिया है?
🍂जवाब🍃: इसकी पहचान के लिए दर्ज ज़ेल क़वाईद को ज़हन नशीन करलें:
📌(1) अल्लाह तआ़ला को आजिज़ कहना कुफ़्र है लिहाज़ा ऐसे कलिमात कुफ़्रिया होंगे जिनसे अल्लाह तआ़ला का आजिज़ होना मालूम हो, जैसे किसी ज़बान दराज़ आदमी से ये कहना कि खुदा तुम्हारी ज़बान का मुक़ाबला कर ही नहीं सकता में किस तरह करूँ ये कुफ़्र है। यूँही एक ने दूसरे से कहा अपनी औरत को क़ाबू में नहीं रखता उसने कहा औरतों पर खुदा को तो क़ुदरत है नहीं मुझको कहां से होगी।
📌(2) खुदा के लिए मकान साबित करना कुफ़्र है कि वो मकान से पाक है येह कहना कि ऊपर खुदा है नीचे तुम ये कल्माए कुफ़्र है।

अगली पोस्ट में जारी रहेगा انشاءاللہ

📓 फैज़ान ए फ़र्ज़ उलूम अव्वल
मुसन्निफ़ - हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती हाशिम अत्तारी अल मदनी دامت برکاتہم العالیہ

🌹ख़ानक़ाह ए अशरफ़ीया सरकार ए बुरहानपुर🌹

No comments:

Post a Comment

महबूबाने ख़ुदा का वसीला पार्ट - 6

📚फ़र्ज़ उलुम 106 🔖अक़ाइद का बयान पार्ट - 106              بسم الله الرحمن الرحيم الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ 〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰  🌺 महबूबाने...