📚फ़र्ज़ उलुम 91
🔖अक़ाइद का बयान पार्ट - 91
بسم الله الرحمن الرحيم
الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ
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💫इल्मे ग़ैब (पार्ट 1)💫
🍃सवाल🍂: क्या अल्लाह तआला ने हमारे प्यारे नबी मुहम्मद मुस्तफ़ा ﷺ को इल्मे ग़ैब अता फ़रमाया है?
🍂जवाब🍃: जी हाँ! क़ुरआन व हदीस से साबित है कि अल्लाह तआला ने हुज़ूर ﷺ को कसीर इल्मे ग़ैब अता फ़रमाया है। कुछ दलाइल दर्जे जेल है:
🔸 पसंदीदा रसूलों को ग़ैब:
अल्लाह तआला फरमाता है
{ عٰلِمُ الْغَیْبِ فَلَا یُظْهِرُ عَلٰى غَیْبِهٖۤ اَحَدًاۙ اِلَّا مَنِ ارْتَضٰى مِنْ رَّسُوْلٍ }
तर्जुमा : ग़ैब का जानने वाला तो अपने ग़ैब पर किसी को मुसल्लत नहीं करता सिवाए अपने पसंदीदा रसूलों के
(पारह 29, सूरह जिन्न आयत 26)
पता चला कि अल्लाह तआला अपने पसंदीदा रसूलों को ग़ैबों पर मुत्तलाअ फरमाता है और कोई मुसलमान इस बात में शक नहीं कर सकता है कि हमारे प्यारे आक़ा ﷺ अल्लाह तआला के प्यारे रसूल और हबीब है ।
अगली पोस्ट में जारी रहेगा انشاءاللہ
📓 फैज़ान ए फ़र्ज़ उलूम 2
मुसन्निफ़ - हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती हाशिम अत्तारी अल मदनी دامت برکاتہم العالیہ
🌹ख़ानक़ाह ए अशरफ़ीया सरकार ए बुरहानपुर🌹
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