📚फ़र्ज़ उलुम 90
🔖अक़ाइद का बयान पार्ट - 90
بسم الله الرحمن الرحيم
الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ
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🌻विलायत का बयान (पार्ट 5)🌻
🍃सवाल🍂: क्या औलियाए किराम क़ब्रो में ज़िन्दा होते है?
🍂जवाब🍃: जी हाँ! औलियाए किराम अपनी क़ब्रो में हयाते अब्दी के साथ ज़िन्दा है, इनके इल्म व इदराक सम्अ व बसर पहले की निस्बत बहुत ज्यादा क़वी हो जाते है।
🍃सवाल🍂: औलिया को इसाले सवाब करने का क्या फायदा है?
🍂जवाब🍃: इन्हें इसाले सवाब निहायत हो मौजिबे बरकात व अम्रे मुस्तहब है, इसे उर्फन बराए अदब नज़्र व नियाज़ कहते है, जैसे बादशाह को नज़्र देना, यह नज़्रे शरई नहीं, इनमे ख़ुसूसन ग्यारहवीं शरीफ की फातेहा निहायत अज़ीम बरकत की चीज़ है। उर्से औलियाए किराम यानी क़ुरआन ख़्वानी व फातेहा ख़्वानी व नात ख़्वानी व वाज़ व इसाले सवाब अच्छी चीज है। रहे गुनाहों के काम वो तो हर हालत में मज़मूम है और मज़ाराते तय्यबा के पास और ज्यादा मज़मूम।
🍃सवाल🍂: पीर किसको बनाना चाहिए?
🍂जवाब🍃: पीर के लिए 4 शर्ते है क़ब्ल अज़ बैअत उनका लिहाज़ ज़रूरी है।
(1) सुन्नी सहीहुल अक़ीदा होना।
(2) इतना इल्म रखता हो कि अपनी ज़रुरियात के मसाइल किताबों से निकाल सके।
(3) फ़ासीके मुअल्लिन न हो।
(4) उसका सिलसिला नबी ﷺ तक मुतस्सिल हो।
विलायत का बयान मुकम्मल हुआ आगे انشاءاللہ इल्मे ग़ैब का बयान पोस्ट किया जाएगा।
📓 फैज़ान ए फ़र्ज़ उलूम अव्वल
मुसन्निफ़ - हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती हाशिम अत्तारी अल मदनी دامت برکاتہم العالیہ
🌹ख़ानक़ाह ए अशरफ़ीया सरकार ए बुरहानपुर🌹
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