📚फ़र्ज़ उलुम 104
🔖अक़ाइद का बयान पार्ट - 104
بسم الله الرحمن الرحيم
الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ
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🌺महबूबाने खुदा का वसीला (पार्ट 4)🌺
जारी...
🔸 हज़रत उमर फारूक رَضِىَ اللهُ تَعَالىٰ عَنْهُ का तवस्सुल करना:
सहीह बुखारी में है:
बेशक़ हज़रत उमर बिन खत्ताब رَضِىَ اللهُ تَعَالىٰ عَنْهُ कहत के ज़माने में हज़रत अब्बास बिन अब्दुल मुत्तलिब رَضِىَ اللهُ تَعَالىٰ عَنْهُ के वसीले से अल्लाह तआला की बारगाह में दुआ मांगते और अर्ज़ करते हम तेरी तरफ अपने नबी करीम ﷺ को वसीला बनाते थे तो तू सैराब फरमाता था। अब हम तेरी बारगाह में नबी करीम ﷺ के चाचा (हज़रत अब्बास رَضِىَ اللهُ تَعَالىٰ عَنْهُ) को वसीला बनाते है तू हमें सैराब फरमा दे। तो रावी कहते है कि अल्लाह तआला हमें सैराब (बारिश नाज़िल) फरमा देता था।
अगली पोस्ट में जारी रहेगा انشاءاللہ
📓 फैज़ान ए फ़र्ज़ उलूम 2
मुसन्निफ़ - हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती हाशिम अत्तारी अल मदनी دامت برکاتہم العالیہ
🌹ख़ानक़ाह ए अशरफ़ीया सरकार ए बुरहानपुर🌹
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