📚फ़र्ज़ उलुम 94
🔖अक़ाइद का बयान पार्ट - 94
بسم الله الرحمن الرحيم
الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💫इल्मे ग़ैब (पार्ट 4)💫
जारी...
इल्मे मा काना वमा यकुन :
सहीह मुस्लिम में है : हज़रत अबु ज़ैद यानी अम्र बिन अखतब رضی اللہ تعالٰی عنه से रिवायत है, फरमाते है: रसूलअल्लाह ﷺ ने हमें फ़ज़्र की नमाज़ पढ़ाई और मिम्बर पर तशरीफ़ फरमा होकर हमें ख़ुत्बा देते रहे यहां तक कि ज़ोहर का वक़्त हो गया, उतर कर नमाज़ पढ़ाई फिर मिम्बर पर तशरीफ़ फरमा हुए और हमें ख़ुत्बा देते रहे यहां तक कि असर का वक़्त हो गया, उतर कर असर की नमाज पढ़ाई फिर मिम्बर पर तशरीफ़ फरमा हुए, गुरूबे आफ़ताब तक हमें ख़ुत्बा देते रहे, इस ख़ुत्बा (बयान) में हमें इल्मे मा काना वमा यकुन (यानी जो हो चुका और जो होना है) की खबर दे दी, हम में से ज्यादा इल्म वाला वो है जिसने इस ख़ुत्बे को सबसे ज्यादा याद रखा।
कोई परिन्दा पर मारने वाला नहीं:
इमाम अहमद ने मुसनद और तबरानी ने मुजम में बसनद सहीह हज़रत अबु ज़र गफ़्फ़ारी رضی اللہ تعالٰی عنه से रिवायत किया, फरमाते है: नबी ﷺ ने हमें इस हाल पर छोड़ा कि हवा में कोई परिन्दा पर मारने वाला ऐसा नहीं जिसका इल्म हुज़ूर ने हमारे सामने बयान न फरमा दिया हो।
अगली पोस्ट में जारी रहेगा انشاءاللہ
📓 फैज़ान ए फ़र्ज़ उलूम अव्वल
मुसन्निफ़ - हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती हाशिम अत्तारी अल मदनी دامت برکاتہم العالیہ
🌹ख़ानक़ाह ए अशरफ़ीया सरकार ए बुरहानपुर🌹
👥 व्हाट्सएप ग्रुप ÷
https://chat.whatsapp.com/C9E3BXDbvxWBZ8VlA1rVhY
✒️ ब्लॉग ÷
https://faizaneashrafi92.blogspot.com/?m=0
📚 PDF इस्लामिक लाईब्रेरी÷
http://t.me/ashrafisimnanilibrary
No comments:
Post a Comment