📚फ़र्ज़ उलुम 106
🔖अक़ाइद का बयान पार्ट - 106
بسم الله الرحمن الرحيم
الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ
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🌺महबूबाने खुदा का वसीला (पार्ट 6)🌺
जारी...
🔸विसाले ज़ाहिरी के बाद वसीला:
हज़रत उस्मान बिन हुनैफ़ رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالىٰ عَنْهُ से रिवायत है, फरमाते है: एक हाजतमंद अपनी हाजत के लिए अमीरुल मोमिनीन हज़रत उस्मान गनी رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالىٰ عَنْهُ की खिदमत में आता जाता, अमीरुल मोमिनीन न उसकी तरफ इल्तिफ़ात फरमाते न उसकी हाजत पर नज़र फरमाते, उसने हज़रत उस्मान बिन हुनैफ़ رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالىٰ عَنْهُ से इस अम्र की शिकायत की, उन्होंने फ़रमाया वुज़ू करके मस्जिद में दो रकअत नमाज़ पढ़ फिर दुआ मांग: ईलाही मैं तुझसे सुवाल करता हु और तेरी तरफ अपने नबी मुहम्मद ﷺ के वसीले से तवज्जो करता हु, या रसूलअल्लाह! मैं हुज़ूर के तवस्सुल से अपने रब की तरफ मुतवज्जेह होता हुं कि मेरी हाजत रवाई फरमाए। और अपनी हाजत ज़िक्र कर, फिर शाम को मेरे पास आना कि मैं भी तेरे साथ चलूं। हाजतमन्द ने (कि वो भी सहाबी या कबार ताबइन में से थे) यूं ही किया, फिर आस्ताने खिलाफत पर हाजिर हुए, दरबान आया और हाथ पकड़ कर अमीरुल मोमिनीन के हुज़ूर ले गया, अमीरुल मोमिनीन ने अपने साथ मसनद पर बैठा लिया, मतलब पूछा, अर्ज़ किया, फौरन रवा फ़रमाया, और इरशाद किया इतने दिनों में इस वक़्त अपना मतलब बयान किया, फिर फ़रमाया: जो हाजत तुम्हे पेश आया करे हमारे पास चले आया करो। ये साहब वहां से निकल कर उस्मान बिन हुनैफ़ से मिले और कहा अल्लाह तआला तुम्हे जज़ाए ख़ैर दे अमीरुल मोमिनीन मेरी हाजत पर नज़र और मेरी तरफ तवज्जोह न फरमाते थे यहां तक कि आपने उनसे मेरी सिफारिश की, उस्मान बिन हुनैफ़ رَضِىَ اللّٰهُ تَعَالىٰ عَنْهُ ने फरमाया: ख़ुदा की कसम! मैंने तो तुम्हारे मामले में अमीरुल मोमिनीन से कुछ भी न कहा मगर हुआ यह कि मैंने सय्यदे आलम ﷺ को देखा हुज़ूर की खिदमते अक़दस में एक नाबीना हाज़िर हुआ और नाबिनाई की शिकायत की हुज़ूर ने यूँही उससे इरशाद फ़रमाया कि वुज़ू करके दो रकअत नमाज़ पढ़े फिर येह दुआ करे। ख़ुदा की कसम हम उठने भी ना पाए थे बातें ही कर रहे थे कि वो हमारे पास आया गोया कभी वो अंधा ना था।
इमाम मन्ज़री इस हदीसे पाक के तहत फरमाते है: इमाम तबरानी ने इस की तुरुक ज़िक्र करने के बाद कहा कि येह हदीस सहीह है।
वसीला का बयान मुकम्मल हुआ।
📓 फैज़ान ए फ़र्ज़ उलूम 2
मुसन्निफ़ - हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती हाशिम अत्तारी अल मदनी دامت برکاتہم العالیہ
🌹ख़ानक़ाह ए अशरफ़ीया सरकार ए बुरहानपुर🌹
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